सूर्य ग्रहण 2024 सूतक समय : कितने बजे लगेगा सूतक, ग्रहण काल और सूतक में क्‍या नहीं करना चाहिए ?

सूर्य ग्रहण से करीब 12 घंटे पहले सूतक का अंत हो जाता है। सूतक के काल में कुछ नियमों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहाँ सूतक का अर्थ, कब तक यह चलेगा, और सूतक के समय से लेकर ग्रहण के काल तक किन गतिविधियों से बचना चाहिए, इन्हें बताया जाएगा।

First Solar Eclipse 2024 Sutak Time and Rules: 

2024 के पहले सूर्य ग्रहण, जो कि एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, सोमवार 8 अप्रैल को होने जा रहा है। इस साल का सूर्य ग्रहण विशेष होने की उम्मीद है क्योंकि इसके दौरान लगभग 7.5 मिनट तक आसमान में पूरा अंधेरा छा जाएगा। इस समय में सूर्य का कोरोना ही दिखाई देगा, सूर्य को स्पष्ट रूप से नहीं देखा जा सकेगा। इसी बीच, ग्रहण के क्षेत्र में मौजूद लोग पृथ्वी के करीब मौजूद बृहस्पति और शुक्र ग्रहों के साथ धूमकेतु को भी सीधे देख सकेंगे। सूर्य ग्रहण से करीब 12 घंटे पहले सूतक का समय शुरू हो जाता है। सूतक के समय में कुछ नियमों का पालन बेहद जरूरी है। चलिए, आपको बताते हैं कि सूतक क्या होता है, कब तक चलता है, और सूतक के समय से लेकर ग्रहण के समय तक क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए।

सूतक क्या होता है

सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू होता है। यह एक ऐसा समय होता है जब प्रकृति अधिक संवेदनशील होती है और वातावरण में नकारात्मकता फैल जाती है। इस समय को अशुभ माना जाता है और इसे सूतक काल कहा जाता है। सूतक काल का धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व है। सूतक काल से लेकर ग्रहण खत्म होने तक कुछ नियमों का पालन करने के लिए कहा जाता है।सूतक काल से लेकर ग्रहण काल के समाप्त होने तक कोई भी कार्य न करें

  1. भगवान की पूजा न करें। उनके चित्रों को हाथ नहीं लगाना।
  2. भोजन न पकाएं, क्योंकि इससे अशुद्ध हो सकता है।
  3. नया काम करने से बचें।
  4. ग्रहण को खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए; यदि देखना चाहिए तो एक्सरे की मदद ले सकते हैं।
  5.  सूतक लगने के बाद भोजन करने से बचें। ये नियम गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बीमार लोगों और बुजुर्गों पर लागू नहीं हैं। 
  6. गर्भवती महिलाओं को सूतक लगने के बाद घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
  7. प्रेगनेंट महिलाओं को सूतक लगने के बाद सिलाई कढ़ाई नहीं करनी चाहिए।
  8. सूतक लगने के बाद ग्रहण पूरा होने तक किसी धारदार वस्तु (जैसे कैंची, चाकू, ब्लेड) का प्रयोग न करें। गर्भस्थ शिशु के अंगों में चोट लग सकती है।

ये काम जरूर करें

  1.  ये काम जरूर करें सूतक काल के दौरान किसी भी मंत्र या तंत्र पर विचार करें। मा नसिक ध्यान बहुत शुभ माना जाता है।
  2. सूतक लगने से पहले भोजन में तुलसी का पत्ता डालें। विशेष रूप से दूध जैसे डेयरी उत्पादों में।
  3. गर्भवती महिलाएं अपने साथ नारियल रखें। इससे ग्रहण का बुरा प्रभाव दूर हो जाता है।
  4.  ग्रहण से पहले गर्भवती महिलाओं को गेरू लगाना चाहिए।
  5.  वृद्ध व्यक्ति, गर्भवती महिला या बीमार व्यक्ति को सूतक से पहले तुलसी का पत्ता खिलाना चाहिए।

कब लगेगा सूतक

भारतीय समय के अनुसार, सूतक वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण रात 09:12 पर शुरू होगा और 01:25 पर समाप्त होगा। यानी भारत में उस समय रात होगी। इसलिए भारत में ये ग्रहण नहीं दिखाई देंगे और उनका कोई प्रभाव नहीं होगा। इसलिए सूतक नियम भारत में भी लागू नहीं होंगे। ये ग्रहण पश्चिमी यूरोप, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भाग, कनाडा, उत्तर-पश्चिमी इंग्लैंड और आयरलैंड में दिखाई देंगे।

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