गणतंत्र दिवस, या रिपब्लिक डे, प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन प्रधानमंत्री देशवासियों को लाल किले से संबोधित करते है वहीं इंडिया गेट पर परेड होती है। जिसमें युवा भारतीयों का साहस और पराक्रम दिखाया जाता है। रिपब्लिक डे पर स्कूलों में भाषण दिए जाते हैं। इसलिए, हम आपको 26 जनवरी को बोलने के लिए एक भाषण कुछ इस तरह भी दे सकते हैं।
गणतंत्र दिवस पर भाषण शुरू करने का तरीका
स्टेज पर सबसे पहले मुख्य अतिथि का स्वागत करें और फिर बाकी लोगों का स्वागत करें। भाषण करने से पहले अपना परिचय दें।
1 .भाषण देने का पहला तरीका
प्रिय देशवासियों, आप सभी को 2024 रिपब्लिक डे की हार्दिक शुभकामनाएं!
हम सभी आज, 26 जनवरी, 2024 को, एक खास दिन की याद में यहां इकट्ठा हुए हैं, जो हमें मजबूत देश बनने का अवसर दिया। रिपब्लिक डे हमें याद दिलाता है कि हम सब एक साथ हैं और एक ही भारतीय परिवार का हिस्सा हैं। साथ ही, हम एक नए देश बनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
26 जनवरी को भारत में रिपब्लिक डे मनाया जाता है। इस दिन 1950 में भारत गणराज्य की स्थापना हुई, जब भारतीय संविधान लागू किया गया था। यह दिन उन लोगों की याद में मनाया जाता है जिन्होंने स्वतंत्रता मिलने के बाद भी देश को एक मजबूत और संपन्न गणराज्य बनाने में मदद की। भारत का संविधान पारित होने के बाद देश एक गणराज्य बन गया।
इस दिन भी परेड होती है। स्कूलों और कॉलेजों में विद्यार्थी सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इस दिन लोग अपने देश को पुनः समर्पित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। हम सभी एक ही देश के नागरिक हैं, जैसा कि हमारा संविधान हमें बताता है। हम अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करते हुए अगली पीढ़ियों के लिए बेहतर भविष्य बनाना चाहते हैं।
यही कारण है कि आज हमें यह प्रतिज्ञा करनी चाहिए कि हम देश को और भी मजबूत बनाएंगे और हर व्यक्ति को न्याय और समानता की भावना से जीने का अधिक अवसर देंगे। रिपब्लिक डे पर, आइए हम सब मिलकर प्रण लें कि हम सभी मिलकर एक मजबूत भारत बनाएंगे।
धन्यवाद
जय हिंद!
2 .भाषण देने का दूसरा तरीका
जैसा कि सभी जानते हैं, 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था, जिसके बाद से इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। 15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुआ तो भारत को कोई संविधान नहीं था. लेकिन बाद में डॉ. बीआर अंबेडकर के नेतृत्व में एक समिति बनाई गई और भारतीय संविधान का मसौदा बनाया गया। भारतीय संविधान के इस मसौदे को विधान परिषद के समक्ष प्रस्तुत किया गया और 26 नवंबर 1949 में इसे अपनाया गया. लेकिन 26 जनवरी 1950 में इसे वास्तव में लागू किया गया।
आज हम सब यहां इस खास दिन को मनाने के लिए एकत्रित हैं, जो हमें एक मजबूत देश बनाने के लिए साहस और प्रेरणा देता है। भारत गणराज्य की स्थापना का दिन है। इस दिन हम भी उन लोगों को याद करते हैं, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलवाने और भारतीय संविधान को लागू करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इनके बिना भारत आज एक गणराज्य है। हमारे देश की आजादी के लिए महान स्वतंत्रता सेनानियों और नेताओं में भगत सिंह, चंद्र शेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सरदार बल्लभ भाई पटेल और लाल बहादुर शास्त्री शामिल हैं।
75 वां गणतंत्र दिवस इस वर्ष मनाया जा रहा है। गणतंत्र का अर्थ है जनता की सर्वोच्च शक्ति, और केवल जनता को ही अपने प्रतिनिधियों को राजनीतिक नेता चुनने का अधिकार है। हमारे पास भारतीय संविधान में दी गई शक्तियां ही हैं कि हम अपने मनपसंद प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और अन्य सरकारी पदाधिकारियों को चुन सकते हैं। 200 साल से भी अधिक समय तक, हमारे महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत में “पूर्ण स्वराज” के लिए संघर्ष किया है। उन्होंने ऐसा किया ताकि अगली पीढ़ियां स्वतंत्र रूप से अपने अधिकारों का पालन कर सकें और किसी की गुलाम नहीं बनें।
हम सबको अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य बनाने का वादा करना होगा। भारत एक मजबूत देश बन जाएगा। हम सब मिलकर सशक्त भारत बनाएंगे। यह सभी नागरिकों को संविधान के प्रति जागरूक करेगा और सभी को समान जीवन का अधिकार देगा। हमें अपने सामाजिक मुद्दों जैसे गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, ग्लोबल वार्मिंग, असमानता आदि के बारे में जागरूक होना चाहिए ताकि आगे बढ़ने के लिए उन्हें हल किया जा सके।
धन्यवाद
जय भारत!