स्वस्थ की देखभाल
स्वस्थ की देखभाल के तरीके-
1.घर में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें, खासकर किचन और बाथरूम में। कहीं भी जल जमाव से बचें। सिंक, वॉशबेसिन जैसी जगहों को नियमित रूप से साफ करें और फिनाइल और फ्लोर क्लीनर जैसी चीजों का इस्तेमाल जारी रखें। खाने का कोई भी सामान खुला न छोड़ें। कच्चे और पके खाने को अलग-अलग रखें। बर्तन, फ्रिज, ओवन और खाना पकाने और खाने में इस्तेमाल होने वाले अन्य सामान को साफ रखें। गीले बर्तनों को रैक पर न रखें, और कंटेनरों को बिना ढक्कन के छोड़ने से बचें।
2. बाहर से घर लौटने के बाद, किसी भी बाहरी वस्तु को छूने, खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, बाथरूम का उपयोग करने से पहले और बाद में अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोना सुनिश्चित करें। अगर आपके घर में छोटा बच्चा है तो यह और भी जरूरी हो जाता है। उन्हें छूने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह धो लें।
3. ताजी सब्जियों और फलों का प्रयोग करें। मसाले, अनाज और अन्य सामग्री को ठीक से स्टोर करें और एक्सपायरी डेट पर ध्यान दें।
4. तेल, मसालों से बने व्यंजन, पके हुए सामान और चिकनाई युक्त भोजन के अधिक सेवन से बचें। सब्जियों और अन्य अवयवों के पोषण मूल्य को बनाए रखने के लिए भोजन को सही तापमान पर पकाएं और ज़्यादा पकाने से बचें। ओवन का उपयोग करते समय तापमान का विशेष ध्यान रखें। खाने की चीजों को हमेशा ढक कर रखें और ताजा खाना ही खाएं।
5. अपने आहार में सलाद, दही, दूध, दलिया, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और दालें शामिल करें। कोशिश करें कि आपकी थाली में तरह-तरह का खाना हो। खाना बनाने और पीने के लिए साफ पानी का इस्तेमाल करें। सब्जियों और फलों को इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह धो लें।
6. खाना पकाने के लिए अपरिष्कृत वनस्पति तेलों (जैसे सोयाबीन, सूरजमुखी, मक्का, या जैतून का तेल) के उपयोग को प्राथमिकता दें। चीनी और नमक का प्रयोग सीमित करें। जंक फूड, सॉफ्ट ड्रिंक और कृत्रिम रूप से मीठे जूस के सेवन से बचें। कोशिश करें कि रात का खाना 8 बजे से पहले कर लें और हल्का रखें।
7. अपने सोने या आराम करने के स्थान को साफ, हवादार और खुला रखें। बेडशीट, तकिए के कवर और पर्दे नियमित रूप से बदलें, और समय-समय पर गद्दे या कुशन को धूप में रखें।
8. ध्यान केंद्रित करने और तनाव कम करने के लिए ध्यान, योग या दिमागीपन का अभ्यास करें।
9. प्रतिदिन कम से कम एक प्रकार के व्यायाम में व्यस्त रहें। व्यायाम के लिए प्रत्येक दिन कम से कम आधा घंटा आवंटित करें और व्यायाम के प्रकारों को अलग-अलग करें, जैसे कि एक दिन एरोबिक्स करना और अगले दिन तेज चलना। यदि आप किसी विशेष गतिविधि के लिए समय नहीं निकाल सकते हैं, तो अपने कार्यस्थल या घर पर सीढ़ियों पर चढ़ने और तेज चलने का लक्ष्य रखें। कोशिश करें कि काम के दौरान भी एक ही स्थिति में लंबे समय तक न बैठें।
10. 45 साल की उम्र के बाद नियमित जांच जारी रखें और डॉक्टर के निर्देशानुसार दवाएं लें। प्रकृति के करीब रहने के लिए समय निकालें। बच्चों के साथ खेलें, अपने पालतू जानवरों के साथ दौड़ें और अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताएं।
स्वस्थ रहने के कुछ अन्य daily माध्यम जिनका पालन भी ज़रूरी है-
1. ) कब्ज से पीड़ित लोगों को पपीते का सेवन जरूर करना चाहिए। फाइबरयुक्त पदार्थों का सेवन करने से भी कब्ज में राहत मिलती है।
2.) दांतों को स्वस्थ एवं साफ रखना चाहिए। दिन में दो बार दांतों की सफ़ाई करनी चाहिए। रात को सोने से पहले दांतों को साफ करना चाहिए। उसके बाद एक गिलास पानी पी कर ही सोना चाहिए।
3.) खाना खाने के समय अधिक पानी नहीं पीना चाहिए। यदि हो सके तो खाना खाने के आधे घंटे बाद पानी पिएँ। ऐसे मोटापे समस्या कम है।
4.) प्रतिदिन योगा करना हमारे शरीर के लिए लाभदायक होता है। यह हमें गंभीर बीमारियों से भी बचा सकता है।और शरीर भी active है।
5.) खाना खाने से पहले हाथों को बहुत अच्छी तरह से धोना चाहिए।
6.) यदि घर में छोटे बच्चे और बूढ़े लोग हो तो स्वच्छता का अधिक ख्याल रखना चाहिए क्योंकि बच्चे और बूढ़े लोगों को बीमारियां जल्दी हो जाती हैं ।
7.) घर में सफाई झाड़ू, पोछा, जाला साफ इत्यादि करते रहना चाहिए। कूलर में या किसी भी गड्ढे में पानी अधिक समय तक नहीं भरा रहने देना चाहिए। इससे वहां पर मच्छर, कीड़े मकोड़े पनपते हैं जो हमारे लिए हानिकारक होते हैं अतः हमें सफाई का विशेष ख्याल रखना चाहिए।
8.) फर्श की सफाई फिनायल आदि डालकर करनी चाहिए। टॉयलेट और बाथरूम को हमेशा साफ रखना चाहिए। यहां से इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है ।
9.) खाने में पौष्टिक भोजन, दूध, दही, सलाद, फल, अनाज, हरी सब्जियों आदि का प्रयोग करना चाहिए। हमेशा सब्जियों को धोकर प्रयोग में लाना चाहिए।
10.) वातावरण में विभिन्न प्रकार के वायरस पनप रहे हैं जिनसे हमें खुद को बचाना चाहिए। ये जानलेवा साबित हो रहे हैं। हमें अपने आप को और अपने आसपास के लोगों को भी सुरक्षित रहने के उपायों को बताना चाहिए। लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना चाहिए।
11.) शरीर को Vitamin D की आवश्यकता होती है जिससे हड्डियां मजबूत रहती हैं। हमें सुबह की दो-तीन घंटे की धूप लेनी चाहिए।धुप लेने से Vitamin D कमी नहीं होती।
12.) संतरे, अंगूर, नींबू व अमरूद में विटामिन सी की अच्छी मात्रा में पाई जाती है। इनका सेवन प्रतिदिन करना चाहिए।
13.) सर्दियों में सूखे मेवे खाने चाहिए परंतु कम मात्रा में। अखरोट सेलेनियम का अच्छा स्त्रोत है इसलिए अख़रोट का सेवन करना भी लाभदायक होता है।
14.) अपने भोजन को पोषण से भरपूर बनाए रखने के लिए उसमें प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम, आयरन, खनिज लवण और एंटी ऑक्सीडेंट की संतुलित मात्रा शामिल करनी चाहिए।
15.) नशीले पदार्थों जैसे की शराब ,बीड़ी,सिगरेट और तबाकू का इस्तेमाल या सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। इससे हमारे शरीर के पार्ट्स डैमेज हो जाते हैं। इससे यकृत, अमाशय, फेफड़े इत्यादि खराब हो जाते हैं ।
16.)रोज meditation जरूर करे।
17.) तांबे के बर्तन में पानी पीना चाहिए। यह पानी लीवर के लिए फायदेमंद रहता है।तांबे में बैक्टीरिया नाशक गुण होते हैं जो संक्रमण होने से बचाते हैं।
18.) सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को दूर रखना चाहिए क्योंकि यह हमारे दिमाग को नुकसान पहुंचाते हैं ।
19.) भूख से अधिक खाना, बिना भूख के तांबे में बैक्टीरिया नाशक गुण होते हैं जो संक्रमण होने से बचाते हैं।
20.) शरीर को तंदुरस्त रखने के लिए fast food ignore करें।